आर्क बैक्टीरिया 🦠🦠🦠🦠☀️



                    ( संकेत:- प्रतिकात्मक चित्र) 
बैक्टीरिया विशिष्ट होते हैं,क्योंकि ये कुछ अत्यधिक रूक्स आवासों में रहते हैं जैसे अत्यधिक लवणीय क्षेत्र गर्म जलस्रोत और दलदली क्षेत्र।
एक भिन्न कोशिका भित्ति संरचना की उपस्थिति के कारण अर्की बैक्टीरिया अन्य जीवाणुओं से भिन्न होते हैं। यह लक्षण चरम परिस्थितियों में इनकी उत्तजीविता के लिए उत्तरदायि होते हैं। कोशिका झिल्ली में लिपिड की शाखित श्रृंखला होती हैं,जो झिल्ली की तरलता को घटाते हैं।
अर्की बैक्टीरिया में आनुवंशिक अनुक्रम में इंट्रोन  होते हैं ।
आर्की बैक्टेरिया को तीन समूहों में बांटा गया हैं👇👇
1. मैथेनोजेंस
2. लवणीय
3. तापअम्ल रागी

1. मैथेनोजेंस :- 
                       ये जीवाणु दलदली इलाको में पाए जाते हैं।ये CO2, मेथेनॉल और फॉर्मिक अम्ल को मेथेन में रूपांतरित कर देता हैं। इसी लिए इसे  मैथेनोजेंस कहा जाता हैं। ये जीवाणु जुगाली करने वाले जानवरों को आहरनाल में पाए जाते हैं , तथा ये इन जंतुओं के गोबर से मेथेन के उत्पादन में सहायता करते हैं।ये रसायन स्वपोषी होते हैं।

2:  लवणरागी:-
                       ये जीवाणु  अत्यधिक लवणीय वातावरण में रहते हैं जैसे लवणीय झील ,समुंद्र, आदि। तीव्र प्रकाश में ये लवणरागी सूर्य की ऊर्जा का उपयोग करने के लिए एक रंगीन झिल्ली विकसित करते हैं,जो बेक्टेरीयो - रोडोप्सिज नामक वर्णक की बनी होती हैं प्रकाशिक होने वाली ऊर्जा का उपयोग ATP के रूप में किया जाता हैं परंतु अपनी इस उत्पादित ATP का उपयोग भोजन के संश्लेषण में नहीं करते हैं।इसी कारण इन्हे पारपोषी कहते हैं।

3. तापअम्लरागी :-
                        ये उच्च ताप तथा अम्लता को सहन करने में समर्थ होते हैं इसी कारण इन्हे ताप अम्लरागी कहते हैं । ये अधिकतर गर्म जल स्रोतों में रहते हैं जहा पर तापमान 80⁰C तक उच्च और pH 2 तक निन्मतर होती हैं । ऑक्सी परिस्थितियों में ये सल्फर को सल्फ्यूरिक अम्ल में ऑक्सीकृत कर देते हैं और इस प्रक्रिया से उत्पन्न होने वाली ऊर्जा का उपयोग ये भोजन के संश्लेषण में करते हैं ।इस प्रकार ये रसायन संश्लेषी प्रकृति के होते हैं सल्फ्यूरिक अम्ल के उत्पादन के कारण यह माध्यम अत्यधिक अम्लीय हो जाता हैं अनोक्सि परिस्थितियों में सल्फर H2S में अपचयित हो जाता हैं।
उदा थर्मोप्लासमा 

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

भारत की ऐसी झील 🌊जहा मछलियों 🌊से भी ज्यादा मानव कंकाल मिलते हैं🤔☠️☠️

भारत के कुछ डरावनी जगह (most hounted places in India part -2)

क्या एक बार मरने के बाद इंसान दुबारा वापस आ सकता हैं 🥺😱

48 हजार साल से बर्फ के नीचे दबा था ज़ोंबी वाइरस,वैज्ञानिकों ने दुबारा जिंदा किया ।😯🤯

BCG(बीसीजी) टेस्ट क्या होता हैं ,क्या कैंसर के इलाज में बीसीजी का उपयोग किया जा सकता हैं।

मिलर का प्रयोग

कोन है अमृत पाल सिंह जिसके पीछे पूरे पंजाब की पुलिस लगी हुई हैं 🤔🤔

भारत के कुछ अजीबों गरीब डरावनी जगह 😵‍💫 जिनके बारे मैं सोचने से भी डर लगता हैं।